RTI कार्यकर्ता को 5 लाख का मुआवजा और नौकरी

यह ताजा ताजा मामला नहीं है, पिछले वर्ष का है। लेकिन बहुत महत्वपूर्ण है। एक ओर आरटीआई कार्यकर्ता के साथ अवैध शराब व्यवसायियों ने बर्बरता पूर्वक व्यवहार किया था, वहीं दूसरी ओर पुलिस भी पीड़ित को ही परेशान कर रही थी। पुलिस ने अप्रत्यक्ष रूप से अपराधियों को समर्थन दिया और पीड़ित को अपना धरना हटाने के लिए अन्यायपूर्वक दबाव बनाया था। इस मामले में आरटीआइ कार्यकर्ताओं ने श्री अभिषेक कुमार के नेतृत्व में सामूहिक ईमेल के द्वारा प्रशासन / सरकार पर प्रभावी दबाव बनाया, जिसके फलस्वरूप धरना हटवाने की साजिश सफल नहीं हो सकी और धरना सफलतापूर्वक संपन्न हो सका।



 

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