संघर्ष की कहानियां

 1. श्री राकेश कुमार अरोड़ा (अध्यक्ष, PUPGB) द्वारा श्रम अधिनियमों, नाबार्ड दिशा निर्देशों, PUPGB स्टाफ सर्विस रेगुलेशंस का उल्लंघन करने, बैंक के बोर्ड को गुमराह करने / सही सूचना न देने एवं महत्वपूर्ण बैंक रिकार्ड को नष्ट / गायब कराने के सम्बन्ध में PNB के अध्यक्ष, श्री अतुल कुमार गोएल को एक  शिकायती पत्र दिनांक 16.05.2023 बैंक के ही सहायक प्रबंधक श्री डैनियल कुमार सिंह द्वारा  ईमेल से प्रेषित किया गया था |  शिकायती पत्र के साथ लगाये गए आरोपों के समर्थन में 13 दस्तावेजी साक्ष्य भी संलग्न किये गए थे | शिकायतकर्ता को उसकी शिकायत की कोई पावती भी PNB की ओर से नहीं दी जाती है और समय व्यतीत होता जाता है | काफी समय बीत जाने पर भी जब शिकायत के सम्बन्ध में कोई सूचना नहीं मिलती  है तो शिकायतकर्ता द्वारा दिनांक 22.07.2023 को  PNB में एक RTI फाइल की जाती है जिसका उत्तर दिनांक 22.08.2023 को मिलता है जिससे पता चलता हैं कि प्रथमा यू पी ग्रामीण बैंक के महाप्रबंधक निरीक्षण विभाग द्वारा आरोपित पूर्व अध्यक्ष श्री राकेश् कुमार अरोड़ा  से अनुचित लाभ प्राप्त कर / भ्रष्ट आचरण करते हुए उनकी शिकायत समाप्त किये जाने हेतु संस्तुति सहित अनुरोध पत्र दिनांक 17.06.2023  PNB को भेजा जा चुका है |  इस पत्र में  प्रथमा यू पी ग्रामीण बैंक के महाप्रबंधक निरीक्षण विभाग असत्य एवं गुमराह करने वाली बातें लिखकर शिकायत को समाप्त करने का अनुरोध किया है | यह पत्र PNB के अधिकारियों के भ्रष्टाचार में लिप्त होने का स्पष्ट प्रमाण भी है | PNB से RTI के प्राप्त ज़वाब से यह भी पता चला कि शिकायत अभी पेंडिंग है | इस मामले को PNB के भ्रष्ट अधिकारी रफा दफा न कर पायें  इस उद्देश्य से PNB के अध्यक्ष श्री अतुल कुमार गोएल को एक पत्र लिख कर व्यक्तिगत मुलकात का समय श्री डैनियल कुमार सिंह  द्वारा मंगा गया है जिससे PUPGB के पूर्व अध्यक्ष श्री रकेष्ण कुमार अरोड़ा द्वारा किये गए कदाचारों की जानकारी PNB के अध्यक्ष महोदय को दी जा सके | 

उक्त पत्र को पढने / डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें|


आरटीआई कार्यकर्ताओं की हुंकार





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