Imp Central Information Commission Decisions

 1. H.K.Bansal v. DoT, New Delhi  CIC/BS/A/2014/002319­SA

2. Mohanlal Atwal V/S Kendriya Vidyalay Sanghathan 

उपरोक्त दोनों निर्णयों में केंद्रीय सूचना आयोग ने RTI आवेदक को RTI Act का दुरूपयोग करने वाला ठहराया है| इन दोनों निर्णयों को पढने पर आपको उनमें ऐसे कई और उदाहरण मिल जायेंगे | RTI आवेदकों / कार्यकर्ताओं को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे इस प्रकार से अत्याधिक संख्या में  RTI आवेदन न लगायें, जिससे CPIO और सम्बंधित सरकारी संस्थान स्वयं को पीड़ित के रूप में एवं RTI आवेदक को अत्याचारी के रूप में स्थापित कर पाने में सफल हो सकें|


3. Mahaveer Singhvi VS CPIO Ministry of External Affairs New Delhi.

केंद्रीय  सूचना आयोग द्वारा दिया गया उपरोक्त फैसला एक मील का पत्थर है | इस फैसले में कई ऐसी बातें हैं जो जन सूचना अधिकारियों की मनमानी पर रोक लगाती हैं | सभी RTI कार्यकर्ताओं को इस फैसले का ध्यान पूर्वक अध्ययन करना चाहिए | यह फैसला इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्यूंकि फैसला CPIO Ministry of External Affairs New Delhi.GOI के विरुद्ध था | यह केवल दो पेज का फैसला है इसे ज़रूर पढ़ें, समझें और RTI / अपील फाइल करते समय इसका प्रयोग करें | 

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